फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) कंपनियों के लिए पूंजी जुटाने का एक तरीका
FPO Full Form in Hindi
FPO Full Form in Hindi | फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर |
FPO का परिचय
FPO Full Form in Hindi – फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से पहले से ही सूचीबद्ध कंपनियां आम जनता से अतिरिक्त पूंजी जुटा सकती हैं। यह एक तरह का शेयर बाजार का ऑफर होता है, जहां कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों और नए निवेशकों दोनों को शेयर खरीदने का मौका देती है।
FPO का पूरा रूप
FPO का पूरा रूप “Follow-On Public Offer” होता है। हिंदी में इसे “अनुपालक सार्वजनिक निर्गम” या “अतिरिक्त सार्वजनिक निर्गम” कहा जा सकता है।
FPO कैसे काम करता है?
जब कोई कंपनी FPO लाती है, तो वह अपने मौजूदा शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का अधिकार देती है। इसे प्री-इम्प्टिव राइट्स कहा जाता है। इसके अलावा, कंपनी आम जनता को भी नए शेयर खरीदने का मौका देती है। नए शेयरों को जारी करने से कंपनी के शेयरों की कुल संख्या बढ़ जाती है और कंपनी को अतिरिक्त पूंजी मिलती है।
FPO लाने के कारण
कंपनियां विभिन्न कारणों से FPO लाती हैं, जैसे
- विस्तार: कंपनी अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए धन जुटा सकती है।
- ऋण का भुगतान: कंपनी अपने मौजूदा ऋण का भुगतान करने के लिए धन जुटा सकती है।
- नए प्रोजेक्ट: कंपनी नए प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए धन जुटा सकती है।
- वर्तमान शेयरधारकों को लाभांश देना: कंपनी वर्तमान शेयरधारकों को लाभांश देने के लिए धन जुटा सकती है।
FPO और IPO में अंतर
IPO (Initial Public Offering) और FPO में मुख्य अंतर यह है कि IPO में एक कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है, जबकि FPO में एक कंपनी अपने पहले से जारी किए गए शेयरों के अलावा नए शेयर जारी करती है।
FPO के लाभ
- पूंजी जुटाना: FPO कंपनियों को बड़ी मात्रा में पूंजी जुटाने में मदद करता है।
- विस्तार: FPO कंपनियों को अपने व्यवसाय का विस्तार करने में मदद करता है।
- शेयरधारकों की संख्या में वृद्धि: FPO से कंपनी के शेयरधारकों की संख्या में वृद्धि होती है।
- कंपनी की प्रतिष्ठा में वृद्धि: FPO कंपनी की प्रतिष्ठा में वृद्धि करता है।
FPO के जोखिम
- शेयर की कीमत में गिरावट: FPO के बाद कंपनी के शेयर की कीमत में गिरावट आ सकती है।
- नए निवेशकों का आना: FPO के माध्यम से नए निवेशक कंपनी में आ सकते हैं, जिससे कंपनी के नियंत्रण पर प्रभाव पड़ सकता है।
- नियामकीय जोखिम: FPO को लाने में कई नियामकीय बाधाएं होती हैं।
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FAQs FPO के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
FPO का पूरा रूप क्या है?
FPO का पूरा रूप “Follow-On Public Offer” है।
FPO क्यों लाया जाता है?
कंपनियां विस्तार करने, ऋण का भुगतान करने, नए प्रोजेक्ट शुरू करने या शेयरधारकों को लाभांश देने के लिए FPO लाती हैं।
FPO और IPO में क्या अंतर है?
IPO में एक कंपनी पहली बार अपने शेयर जनता को बेचती है, जबकि FPO में एक कंपनी अपने पहले से जारी किए गए शेयरों के अलावा नए शेयर जारी करती है।
FPO में कौन भाग ले सकता है?
FPO में कंपनी के मौजूदा शेयरधारक और आम जनता दोनों भाग ले सकते हैं।
FPO में निवेश करना सुरक्षित है?
FPO में निवेश करने से पहले आपको कंपनी के वित्तीय विवरणों और भविष्य की संभावनाओं का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना चाहिए। निवेश में हमेशा जोखिम होता है।
FPO में निवेश कैसे करें?
आप अपने ब्रोकर के माध्यम से FPO में निवेश कर सकते हैं।
FPO के क्या लाभ हैं?
FPO से कंपनी को पूंजी जुटाने, विस्तार करने और शेयरधारकों की संख्या बढ़ाने में मदद मिलती है।
FPO के क्या जोखिम हैं?
FPO में निवेश करने से शेयर की कीमत में गिरावट, नए निवेशकों का आना और नियामकीय जोखिम जैसे जोखिम शामिल हैं।
FPO का निष्कर्ष
FPO कंपनियों के लिए पूंजी जुटाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। यह कंपनियों को अपने व्यवसाय का विस्तार करने, नए प्रोजेक्ट शुरू करने और अपने शेयरधारकों को लाभांश देने में मदद करता है। हालांकि, FPO में निवेश करने से पहले निवेशकों को जोखिमों को ध्यान में रखना चाहिए।
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