लघुत्तम समापवर्त्य (LCM) एक विस्तृत विश्लेषण
LCM Full Form in Hindi
LCM Full Form in Hindi | लघुत्तम समापवर्त्य |
LCM का परिचय
LCM Full Form in Hindi – लघुत्तम समापवर्त्य (Least Common Multiple या LCM) गणित का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है। यह दो या दो से अधिक संख्याओं का वह छोटा से छोटा पूर्णांक होता है जो उन सभी संख्याओं से पूर्णतः विभाजित हो जाता है। इसे हम और सरल शब्दों में ऐसे कह सकते हैं कि यह वह सबसे छोटी संख्या होती है जिसे हम दिए गए सभी संख्याओं से बिना शेषफल के विभाजित कर सकते हैं।
LCM का महत्व
LCM का गणित, विज्ञान और इंजीनियरिंग के कई क्षेत्रों में व्यापक रूप से उपयोग होता है। इसका उपयोग निम्नलिखित कार्यों में किया जाता है
- भिन्नों का जोड़ और घटाव: भिन्नों को जोड़ने या घटाने के लिए, हमें उनके हरों का लघुत्तम समापवर्त्य ज्ञात करना होता है।
- समय और गति की समस्याएं: समय और गति से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए LCM का उपयोग किया जाता है।
- मापन: विभिन्न इकाइयों में माप को बदलने के लिए LCM का उपयोग किया जाता है।
- अनुक्रम और श्रेणी: अनुक्रम और श्रेणी से संबंधित समस्याओं को हल करने के लिए LCM का उपयोग किया जाता है।
LCM ज्ञात करने की विधियाँ
LCM ज्ञात करने के कई तरीके हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं
- अभाज्य गुणनखंड विधि: इस विधि में हम संख्याओं को उनके अभाज्य गुणनखंडों में तोड़ते हैं और फिर उन सभी अभाज्य गुणनखंडों को लेते हैं जो कम से कम एक बार सभी संख्याओं में आते हैं। इन अभाज्य गुणनखंडों का गुणनफल ही LCM होता है।
- गुणनफल विधि: इस विधि में हम सभी संख्याओं का गुणनफल ज्ञात करते हैं और फिर इस गुणनफल को उन संख्याओं के महत्तम समापवर्तक (HCF) से भाग देते हैं।
- भाग विधि: इस विधि में हम सभी संख्याओं को एक संख्या से भाग देते हैं जो सभी संख्याओं को विभाजित करती है। फिर शेषफलों को लेकर इस प्रक्रिया को दोहराते हैं जब तक कि सभी शेषफल शून्य न हो जाएं। अंतिम भाजक ही LCM होता है।
LCM के गुणधर्म
- कम्यूटेटिव गुण: दो या दो से अधिक संख्याओं का LCM उनके क्रम को बदलने पर समान रहता है।
- सहचर गुण: तीन या तीन से अधिक संख्याओं का LCM, पहले दो संख्याओं का LCM और तीसरी संख्या के LCM के बराबर होता है।
- यदि दो संख्याएँ सहअभाज्य हों तो उनका LCM उनका गुणनफल होता है।
LCM और महत्तम समापवर्तक (HCF) में संबंध
LCM और HCF एक दूसरे के पूरक होते हैं। दो संख्याओं का गुणनफल उनके LCM और HCF के गुणनफल के बराबर होता है।
LCM का निष्कर्ष
लघुत्तम समापवर्त्य गणित का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जिसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। LCM ज्ञात करने के कई तरीके हैं और इसका उपयोग करके हम कई गणितीय समस्याओं को आसानी से हल कर सकते हैं।
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FAQs
लघुत्तम समापवर्त्य क्या है?
लघुत्तम समापवर्त्य (LCM) दो या दो से अधिक संख्याओं का वह छोटा से छोटा पूर्णांक होता है जो उन सभी संख्याओं से पूर्णतः विभाजित हो जाता है।
LCM ज्ञात करने के क्या तरीके हैं?
LCM ज्ञात करने के कई तरीके हैं, जैसे कि अभाज्य गुणनखंड विधि, गुणनफल विधि और भाग विधि।
LCM का महत्व क्या है?
LCM का उपयोग भिन्नों का जोड़ और घटाव, समय और गति की समस्याएं, मापन और अनुक्रम और श्रेणी से संबंधित समस्याओं को हल करने में किया जाता है।
LCM और HCF में क्या संबंध है?
दो संख्याओं का गुणनफल उनके LCM और HCF के गुणनफल के बराबर होता है।
LCM का कम्यूटेटिव गुण क्या होता है?
कम्यूटेटिव गुण के अनुसार, दो या दो से अधिक संख्याओं का LCM उनके क्रम को बदलने पर समान रहता है।
LCM का सहचर गुण क्या होता है?
सहचर गुण के अनुसार, तीन या तीन से अधिक संख्याओं का LCM, पहले दो संख्याओं का LCM और तीसरी संख्या के LCM के बराबर होता है।
यदि दो संख्याएँ सहअभाज्य हों तो उनका LCM क्या होगा?
यदि दो संख्याएँ सहअभाज्य हों तो उनका LCM उनका गुणनफल होता है।
LCM का उपयोग दैनिक जीवन में कहाँ किया जाता है?
LCM का उपयोग दैनिक जीवन में कई जगहों पर किया जाता है, जैसे कि खाना पकाने, मापन, समय का प्रबंधन आदि।
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