NDMA Full Form in Hindi एनडीएमए की फुल फॉर्म क्या है?

ndma full form in hindi

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) भारत की आपदा प्रबंधन व्यवस्था का आधार

NDMA Full Form in Hindi

NDMA Full Form in Hindi  राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण

NDMA का परिचय

NDMA Full Form in Hindi – राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) भारत सरकार का एक प्रमुख संगठन है जिसका गठन प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं से निपटने और देश की आपदा प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया है। यह प्राधिकरण भारत में आपदा प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय है और इसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करते हैं।

NDMA का गठन और उद्देश्य

  • गठन: NDMA का गठन 2005 में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत किया गया था।
  • उद्देश्य:
  • आपदाओं के जोखिम का आकलन करना और कम करना।
  • आपदाओं के लिए तैयार रहना और उनका प्रबंधन करना।
  • आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्य करना।
  • आपदा प्रबंधन के लिए नीतियां और दिशानिर्देश तैयार करना।
  • राज्य सरकारों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय स्थापित करना।

NDMA की संरचना

NDMA में एक अध्यक्ष (प्रधानमंत्री), एक उपाध्यक्ष और अन्य सदस्य होते हैं। इसके अलावा, इसमें कई तकनीकी समितियां भी होती हैं जो विभिन्न पहलुओं पर काम करती हैं जैसे कि भूकंप, बाढ़, सूखा आदि।

NDMA के प्रमुख कार्य

  • राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना: NDMA एक राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना तैयार करती है जिसमें विभिन्न प्रकार की आपदाओं के लिए तैयार रहने और उनका प्रबंधन करने की रणनीति शामिल होती है।
  • जिला आपदा प्रबंधन योजनाएं: NDMA राज्य सरकारों को जिला स्तर पर आपदा प्रबंधन योजनाएं बनाने में मदद करता है।
  • आपदा अभ्यास: NDMA समय-समय पर आपदा अभ्यास आयोजित करता है ताकि आपदाओं के लिए तैयार रहने की क्षमता का आकलन किया जा सके।
  • जागरूकता अभियान: NDMA आम जनता को आपदाओं के बारे में जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियान चलाता है।
  • अनुसंधान और विकास: NDMA आपदा प्रबंधन से संबंधित अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहित करता है।
  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: NDMA अन्य देशों के साथ आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में सहयोग करता है।

NDMA की उपलब्धियां

NDMA ने भारत में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें शामिल हैं

  • राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना का विकास
  • जिला आपदा प्रबंधन योजनाओं का कार्यान्वयन
  • आपदा राहत और पुनर्वास कार्यों में सुधार
  • आपदा जोखिम कम करने के लिए विभिन्न उपायों का कार्यान्वयन

NDMA के सामने चुनौतियाँ

  • आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति और तीव्रता: जलवायु परिवर्तन के कारण आपदाओं की आवृत्ति और तीव्रता बढ़ रही है।
  • बढ़ती जनसंख्या: बढ़ती जनसंख्या के कारण आपदाओं का प्रभाव अधिक व्यापक हो रहा है।
  • आर्थिक नुकसान: आपदाओं के कारण होने वाला आर्थिक नुकसान बहुत अधिक होता है।
  • संसाधनों की कमी: आपदा प्रबंधन के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं हैं।

NDMA का निष्कर्ष

NDMA भारत में आपदा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह प्राधिकरण आपदाओं से निपटने और देश की आपदा प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। हालांकि, NDMA के सामने अभी भी कई चुनौतियाँ हैं जिनका सामना करने के लिए उसे और अधिक प्रयास करने होंगे।

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FAQs

NDMA का पूरा नाम क्या है?

 NDMA का पूरा नाम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण है।

NDMA का गठन कब हुआ था?

 NDMA का गठन 2005 में हुआ था।

NDMA का मुख्य कार्य क्या है? 

NDMA का मुख्य कार्य आपदाओं के जोखिम का आकलन करना और कम करना, आपदाओं के लिए तैयार रहना और उनका प्रबंधन करना है।

NDMA की अध्यक्षता कौन करता है?

 NDMA की अध्यक्षता भारत के प्रधानमंत्री करते हैं।

NDMA की प्रमुख उपलब्धियां क्या हैं?

 NDMA की प्रमुख उपलब्धियों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना का विकास, जिला आपदा प्रबंधन योजनाओं का कार्यान्वयन और आपदा राहत और पुनर्वास कार्यों में सुधार शामिल हैं।

NDMA के सामने क्या चुनौतियाँ हैं? 

NDMA के सामने आपदाओं की बढ़ती आवृत्ति और तीव्रता, बढ़ती जनसंख्या, आर्थिक नुकसान और संसाधनों की कमी जैसी चुनौतियाँ हैं।

NDMA किस अधिनियम के तहत बनाया गया था?

NDMA आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत बनाया गया था।

NDMA का क्या महत्व है?

 NDMA भारत में आपदा प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण संस्था है। यह प्राधिकरण देश को आपदाओं से बचाने और प्रभावित लोगों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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