रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) भारत की आंखें
RAW ka full form in hindi
RAW Full Form in Hindi
RAW Full Form in Hindi | रिसर्च एंड एनालिसिस विंग |
RAW का परिचय
RAW ka full form in hindi – रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW), जिसे अक्सर रॉ के नाम से जाना जाता है, भारत की प्रमुख विदेशी खुफिया एजेंसी है। यह एजेंसी भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। RAW का मुख्य उद्देश्य विदेशों में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखना, भारत के विरुद्ध होने वाली साजिशों को नाकाम करना और देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक जानकारी जुटाना है।
RAW का इतिहास
RAW की स्थापना 1968 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद की गई थी। इस युद्ध ने भारत को महसूस कराया कि देश को एक मजबूत खुफिया एजेंसी की आवश्यकता है। RAW का गठन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुआ था।
RAW के कार्य
RAW के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं
- विदेशी खुफिया जानकारी जुटाना: RAW विदेशों में होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती है और भारत के हितों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी जुटाती है।
- आतंकवाद का मुकाबला: RAW आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखती है और आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए प्रयास करती है।
- भारत की सुरक्षा: RAW भारत की सुरक्षा के लिए कई तरह के कदम उठाती है। यह विदेशों में रहने वाले भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ भारत की सीमाओं की सुरक्षा भी करती है।
- विदेश नीति का समर्थन: RAW विदेश नीति के निर्णय लेने में सरकार की मदद करती है।
RAW का संगठन
RAW एक गुप्त एजेंसी है इसलिए इसके बारे में बहुत अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं है। हालांकि, यह माना जाता है कि RAW विभिन्न विभागों में विभाजित है, जिनमें शामिल हैं
- संचालन विभाग: यह विभाग खुफिया जानकारी जुटाने और गुप्त अभियान चलाने के लिए जिम्मेदार होता है।
- विश्लेषण विभाग: यह विभाग जुटाई गई जानकारी का विश्लेषण करता है और रिपोर्ट तैयार करता है।
- तकनीकी विभाग: यह विभाग तकनीकी उपकरणों का उपयोग करके खुफिया जानकारी जुटाता है।
- ** प्रशासनिक विभाग:** यह विभाग एजेंसी के प्रशासनिक कार्यों को देखता है।
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FAQs RAW के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
RAW का पूरा नाम क्या है?
RAW का पूरा नाम रिसर्च एंड एनालिसिस विंग है।
RAW का गठन कब हुआ था?
RAW का गठन 1968 में हुआ था।
RAW का मुख्य कार्य क्या है?
RAW का मुख्य कार्य विदेशी खुफिया जानकारी जुटाना और भारत की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
RAW किस प्रकार की जानकारी जुटाती है?
RAW विदेशों में होने वाली राजनीतिक, आर्थिक, सैन्य और आतंकवादी गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाती है।
RAW के एजेंट कैसे काम करते हैं?
RAW के एजेंट विभिन्न तरीकों से काम करते हैं, जैसे कि गुप्त रूप से विदेशों में जाकर जानकारी जुटाना, सूत्रों का उपयोग करना और तकनीकी उपकरणों का उपयोग करना।
क्या RAW के बारे में कोई फिल्म बनी है?
हाँ, RAW के बारे में कई फिल्में बनी हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश फिल्में काल्पनिक होती हैं और वास्तविकता से मेल नहीं खाती हैं।
क्या RAW दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी है?
नहीं, RAW दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी नहीं है। अमेरिका की CIA और इजराइल की मोसाद दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसियों में से हैं।
क्या RAW के बारे में कोई किताबें लिखी गई हैं?
हाँ, RAW के बारे में कई किताबें लिखी गई हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश किताबें अत्यधिक गोपनीय जानकारी पर आधारित नहीं होती हैं।
RAW का निष्कर्ष
RAW भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण एजेंसी है। यह एजेंसी देश की सीमाओं के बाहर होने वाली गतिविधियों पर नजर रखती है और भारत के विरुद्ध होने वाली साजिशों को नाकाम करती है। हालांकि, RAW के बारे में बहुत अधिक जानकारी सार्वजनिक नहीं है क्योंकि यह एक गुप्त एजेंसी है।
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