SHGs Full Form in Hindi एसएचजीएस की फुल फॉर्म क्या है?

swayam sahayata samuh

स्वयं सहायता समूह एक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का माध्यम

Swayam Sahayata Samuh

SHGs Full Form in Hindi

SHGs Full Form in Hindi      स्वयं सहायता समूह

SHGs का परिचय

Swayam Sahayata Samuh – स्वयं सहायता समूह (Self Help Groups – SHGs) एक ऐसा समूह है जो समान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों द्वारा स्वेच्छा से गठित किया जाता है। ये समूह आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा गठित किए जाते हैं। इन समूहों का मुख्य उद्देश्य अपने सदस्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायता करना होता है।

SHGs का उद्देश्य

  • आर्थिक सशक्तिकरण: सदस्यों को बचत करने, ऋण लेने और छोटे व्यवसाय शुरू करने में मदद करना।
  • सामाजिक सशक्तिकरण: सदस्यों को सामाजिक मुद्दों पर जागरूक करना और उन्हें निर्णय लेने की शक्ति देना।
  • सामुदायिक विकास: समुदाय के विकास में योगदान देना और सामुदायिक समस्याओं का समाधान करना।
  • लैंगिक समानता: महिलाओं को सशक्त बनाना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना।

SHGs का गठन और कार्यप्रणाली

  • समूह का गठन: आमतौर पर 10-20 सदस्य एक समूह बनाते हैं। सदस्य एक-दूसरे को जानते हों और एक ही समुदाय से हों।
  • बचत: सभी सदस्य नियमित रूप से एक निश्चित राशि की बचत करते हैं।
  • ऋण: बचत से एक कोष बनाया जाता है जिससे सदस्यों को कम ब्याज दर पर ऋण दिया जाता है।
  • साप्ताहिक बैठक: समूह सप्ताह में एक बार बैठक करता है जिसमें बचत एकत्रित की जाती है, ऋण दिए जाते हैं और अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
  • लोकतांत्रिक निर्णय: सभी निर्णय सामूहिक रूप से लिए जाते हैं।

SHGs के लाभ

  • आर्थिक सशक्तिकरण: सदस्यों को अपनी आय बढ़ाने और आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है।
  • सामाजिक सशक्तिकरण: सदस्यों को आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल विकसित करने में मदद मिलती है।
  • सामुदायिक विकास: समुदाय में सामाजिक एकता और सहयोग बढ़ता है।
  • लैंगिक समानता: महिलाओं को सशक्त बनाकर लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलता है।
  • बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच: स्वयं सहायता समूह बैंकों के साथ जुड़कर सदस्यों को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं।

SHGs की चुनौतियाँ

  • सदस्यों की नियमितता: सभी सदस्यों को नियमित रूप से बैठकों में आना और बचत करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • कुशलता का अभाव: सदस्यों के पास व्यवसाय प्रबंधन का पर्याप्त ज्ञान न होने के कारण व्यवसाय शुरू करने में कठिनाई हो सकती है।
  • बाजार तक पहुंच: उत्पादों के बाजार तक पहुंचने में कठिनाई हो सकती है।
  • ऋण वसूली: ऋण वसूली में समस्याएं हो सकती हैं।

SHGs को सशक्त बनाने के उपाय

  • प्रशिक्षण: सदस्यों को व्यवसाय प्रबंधन, लेखांकन और अन्य आवश्यक कौशल का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
  • बैंक लिंकेज: स्वयं सहायता समूहों को बैंकों से जोड़ा जाना चाहिए ताकि वे आसानी से ऋण प्राप्त कर सकें।
  • बाजार लिंकेज: सदस्यों को अपने उत्पादों के लिए बाजार खोजने में मदद की जानी चाहिए।
  • सरकारी समर्थन: सरकार को स्वयं सहायता समूहों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करनी चाहिए।

Youtube link

Faqs SHGs के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

SHGs क्या है? 

स्वयं सहायता समूह समान सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों द्वारा स्वेच्छा से गठित किया जाने वाला एक समूह है।

SHGs का उद्देश्य क्या है? 

स्वयं सहायता समूहों का उद्देश्य सदस्यों के सामाजिक और आर्थिक विकास में सहायता करना है।

SHGs में कौन शामिल हो सकता है? 

आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं स्वयं सहायता समूहों में शामिल होती हैं।

SHGs के क्या लाभ हैं? 

स्वयं सहायता समूहों से सदस्यों को आर्थिक सशक्तिकरण, सामाजिक सशक्तिकरण और समुदाय के विकास में योगदान करने का अवसर मिलता है।

SHGs को कैसे सशक्त बनाया जा सकता है?

 स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षण, बैंक लिंकेज और सरकारी समर्थन प्रदान करके सशक्त बनाया जा सकता है।

SHGs की चुनौतियाँ क्या हैं? 

सदस्यों की नियमितता, कुशलता का अभाव, बाजार तक पहुंच और ऋण वसूली स्वयं सहायता समूहों के लिए चुनौतियाँ हैं।

SHGs का भारत में क्या योगदान है? 

स्वयं सहायता समूहों ने भारत में गरीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

SHGs का भविष्य क्या है?

 स्वयं सहायता समूहों का भविष्य उज्ज्वल है। सरकार और गैर सरकारी संगठनों द्वारा इन समूहों को प्रोत्साहित किया जा रहा है और इनके माध्यम से ग्रामीण विकास के नए आयाम खुल रहे हैं।

SHGs का निष्कर्ष

स्वयं सहायता समूह एक शक्तिशाली उपकरण है जो ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इन समूहों ने लाखों लोगों के जीवन को बदल दिया है और वे भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सरकार और अन्य हितधारकों को स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने चाहिए।

Also Read : irdai full form in hindi

error: Content is protected !!